IAS Shubham Bansal, जो आज आंध्र प्रदेश कैडर में Joint Collector & Additional District Magistrate, Tirupati के रूप में कार्यरत हैं, उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 43 प्राप्त की थी। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले शुभम का सफर हर UPSC अभ्यर्थी के लिए प्रेरणादायक है।

Shubham Bansal IAS – संक्षिप्त जानकारी
जानकारी | विवरण |
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पूरा नाम | शुभम बंसल |
जन्म तिथि | 20 जून 1995 |
आयु (2025 तक) | 30 वर्ष |
जन्म स्थान | उत्तराखंड |
शिक्षा | मैकेनिकल इंजीनियरिंग, DTU (2017) |
UPSC रैंक | AIR-43 (CSE 2019) |
वैकल्पिक विषय | भूगोल (Geography) |
प्रयासों की संख्या | तीसरा प्रयास |
कैडर | आंध्र प्रदेश |
वर्तमान पद | Joint Collector & Additional District Magistrate, Tirupati |
UPSC अंक | 1016 (Mains: 843 + Interview: 173) |
स्कूलिंग | Delhi Public School, R.K. Puram |
shubham-bansal | |
Quora | Shubham Bansal Profile |
शैक्षिक पृष्ठभूमि और UPSC सफर
शुभम बंसल की प्रारंभिक पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर. के. पुरम से हुई। इसके बाद उन्होंने DTU (Delhi Technological University) से Mechanical Engineering में स्नातक की डिग्री हासिल की।

इंजीनियरिंग के दौरान ही उनका रुझान सिविल सेवा की ओर बढ़ा। तीसरे प्रयास में उन्होंने UPSC CSE 2019 में शानदार प्रदर्शन करते हुए AIR-43 प्राप्त किया।
UPSC के पहले अनुभव
- DTU 2017 में टॉप किया।
- RBI Grade B Exam 2018 में भी AIR-13 रैंक हासिल की।
- यह दिखाता है कि शुभम बंसल की अकादमिक नींव बेहद मजबूत रही है।
UPSC सफर में तैनाती और अनुभव
UPSC चयन के बाद शुभम बंसल को Andhra Pradesh Cadre अलॉट किया गया। उनके द्वारा अब तक निभाई गई प्रमुख भूमिकाएं:
- Assistant Collector (U/T), Guntur
- Assistant Secretary, Government of India
- Sub Collector, Rampachodavaram
- Vice Chairman & Managing Director, Sports Authority of Andhra Pradesh
- Project Officer, ITDA, Seethampeta
- Joint Collector & Additional District Magistrate, Tirupati
हर भूमिका में उन्होंने प्रशासनिक दक्षता और जनता से संवाद की कला का परिचय दिया।
व्यक्तिगत जीवन
शुभम बंसल अविवाहित हैं। वे सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं रहते, लेकिन Quora और LinkedIn जैसी शैक्षिक प्लेटफार्मों पर उनकी उपस्थिति है जहाँ वे युवाओं को मार्गदर्शन भी देते हैं।
शुभम बंसल से UPSC उम्मीदवार क्या सीख सकते हैं?
- मेहनत और सही दिशा में तैयारी सफलता की कुंजी है।
- एक ठोस शैक्षिक पृष्ठभूमि को अपने फेवर में कैसे बदलना है, यह शुभम से सीखा जा सकता है।
- स्मार्ट वर्क के साथ स्ट्रेटजी पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
IAS Shubham Bansal की कहानी हर UPSC अभ्यर्थी के लिए एक मिसाल है कि कैसे कठिन परिश्रम, निरंतरता और धैर्य से आप देश की सर्वोच्च सेवाओं में अपना स्थान बना सकते हैं।