भारत में लाखों युवा IIT JEE और UPSC जैसी परीक्षाओं को पास करने का सपना देखते हैं। इन दोनों ही परीक्षाओं को देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में गिना जाता है। लेकिन क्या हो अगर कोई छात्र दोनों में शानदार सफलता हासिल करने के बाद भी इन पदों को छोड़कर अपने दिल की आवाज सुने? यही किया है Kashish Mittal IAS ने।

कौन हैं Kashish Mittal IAS
Kashish Mittal IAS एक ऐसे शख्स हैं जिनकी कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने IIT JEE में ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल की और फिर IAS बनकर प्रशासनिक सेवाओं में प्रवेश किया, लेकिन अंततः उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को अपना जीवन बना लिया।
Kashish Mittal IAS का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- जन्म: 1989, जालंधर, पंजाब
- पिता: श्री जगदीश कुमार (IPS अधिकारी)
- माता: श्रीमती संगीता मित्तल (संगीत प्रेमी)
कशिश ने बचपन में ही संगीत की ओर रुझान दिखाना शुरू कर दिया था। मात्र 8 साल की उम्र में उन्होंने संगीत सीखना शुरू किया और 11 वर्ष की उम्र में ही हरिवल्लभ संगीत सम्मेलन जैसे बड़े मंच पर प्रस्तुति दी।

उन्होंने IIT दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में B.Tech किया और JEE परीक्षा में AIR 6 लाकर देशभर में चर्चा में आए।
UPSC में शानदार सफलता और IAS बनने का सफर
कशिश ने केवल 21 वर्ष की उम्र में UPSC की सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली। उन्होंने पहले ही प्रयास में यह कठिन परीक्षा उत्तीर्ण की और IAS अधिकारी बने।
प्रमुख पद:
- एडिशनल डिप्टी कमिश्नर, चंडीगढ़
- डिप्टी कमिश्नर, तवांग (अरुणाचल प्रदेश)
- एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी, NITI Aayog
लेकिन इस पूरे सफर में संगीत उनके दिल के बेहद करीब बना रहा।
जब जुनून बना जीवन: IAS से संगीत तक का सफर
साल 2019 में अरुणाचल प्रदेश में पदस्थापन के दौरान कशिश ने एक साहसिक निर्णय लिया – IAS की नौकरी से इस्तीफा देकर संगीत को जीवन का केंद्र बनाने का। यह फैसला बहुत लोगों के लिए चौंकाने वाला था, लेकिन उनके लिए यह एक स्वाभाविक और आत्मिक निर्णय था।
वे पंडित यशपाल (आगरा घराना) से खयाल गायकी की पारंपरिक शिक्षा ले चुके हैं।
उन्हें ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन ने ‘A ग्रेड’ कलाकार का दर्जा दिया है, और ICCR द्वारा ‘Established Artiste’ की मान्यता प्राप्त है।
तकनीक से जुड़ाव: माइक्रोसॉफ्ट और स्टार्टअप की शुरुआत
IAS छोड़ने के बाद भी कशिश ने केवल संगीत तक खुद को सीमित नहीं किया। वे माइक्रोसॉफ्ट में प्रिंसिपल रिसर्च प्रोग्राम मैनेजर के रूप में जुड़े और वहाँ 5 वर्षों तक इनोवेशन से संबंधित कार्यों में अहम योगदान दिया। मार्च 2025 में उन्होंने अपनी खुद की AI स्टार्टअप कंपनी शुरू की – Disha AI, जिसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए आम लोगों की जिंदगी को आसान बनाना है।
सोशल मीडिया पर लोकप्रियता और संगीत में पहचान
कशिश मित्तल न सिर्फ मंचों पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी बेहद लोकप्रिय हैं। उनका गाया हुआ नुसरत फतेह अली खान का गीत ‘उनके अंदाज-ए-करम’ इंटरनेट पर खूब वायरल हुआ।
कशिश मित्तल को मिले प्रमुख सम्मान और पुरस्कार
वर्ष | सम्मान / पुरस्कार |
---|---|
2007 | पंजाब स्टेट अवार्ड फॉर आर्ट एंड कल्चर |
2010 | IIT दिल्ली का सरस्वती सम्मान |
2018 | नाद श्री सम्मान |
– | NTSE और CCRT स्कॉलरशिप विजेता |
निष्कर्ष: अपने दिल की सुनना भी एक सफलता है
कशिश मित्तल की कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्ची सफलता वही है, जो आत्मा को संतोष दे। उन्होंने समाज की पारंपरिक सोच से हटकर अपने जुनून को अपनाया और आज वे एक प्रख्यात संगीतकार, इनोवेटर और प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाते हैं।
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आप अपने सपनों को चुनने के लिए किस हद तक जा सकते हैं? कमेंट में जरूर बताएं।
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